श्रद्धांजलि
अश्रुपूरित नमन है तुमको हे देवता । गगन भी मगन है पा तुमको हे देवता ।। यूं तो आते हैं जग में मनुज बनकर सभी । कोई-कोई ही होता है…
अश्रुपूरित नमन है तुमको हे देवता । गगन भी मगन है पा तुमको हे देवता ।। यूं तो आते हैं जग में मनुज बनकर सभी । कोई-कोई ही होता है…
रमेश कुमार मिश्र हमने कब चाहा जीत हमीं को मिले , जीत में तेरे जीत छुपी है मेरी । हमने कब चाहा शोहरत हमीं को मिले , तेरी शोहरत में…
रमेश कुमार मिश्र ठहरिए अगर आप अपनी गाडी से किसी बीमार परिवारीजन या परिजन को लेकर सफदरजंग अस्पताल जा रहे हैं तो गाडी लगाने से पहले यहां की पार्किंग का…
रमेश कुमार मिश्र सरकारी आंकडें अपनी तारीफ में कितने ही कसीदे क्यों न पढते रहें लेकिन जमीनी हकीकत तो यही है कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान बिजली व्यवस्था लचर स्थिति…
भारत में आज भी सरकारी अस्पतालों के ट्वायलेट बद से बदतर हैं … रमेश कुमार मिश्र इसे विडंबना कहें या अनदेखी समझ नहीं आता कि आजादी के पचहत्तर वर्ष बाद…
रमेश कुमार मिश्र सीमा की रक्षा में तत्पर भारत मां के लाल उठो । वीर सपूतों रण वीरों अब वैरी दल पर टूट पडो ।। है छली प्रपंची शत्रु बेधर्मी…
टीम कहानीतक— दिनांक 7 मई 2025 दिन बुधवार को वसंत महिला महाविद्यालय, राजघाट, वाराणसी के परामर्श एवं स्वस्ति बोध केंद्र द्वारा *चिंता व अवसाद जागरूकता सप्ताह* के अवसर पर एक…
है दया क्षमा ममता मुझमें मैं भारत मां की लाली हूं। प्रकृति सृजन की सर्जक मैं, सिंदूर शक्ति की माली हूं ।। मैं सिंदूरी दुर्गा भी हूं, मैं सिंदूरी मत…
सुन आंसू पहलगाम के जो तूने हमें दिए हैं । अब तुझसे है वादा कि बुझने तयं तेरे दिये हैं ।। हम रार के नहीं हैं पक्षधर शांति पूजते हैं…