October 3, 2024

तिलोत्तमा

ठाकुर प्रसाद मिश्र जड़ चेतन गुण दोषमय विश्व कीन्ह करतार। संत हंस गुण दोष गहहिं सब परिहरि वारि विकार।। सृष्टि की रचना ही गुण एवं दोषमय तत्वों से हुई है।…