लघुकथा

एहि सम बिजय उपाय न दूजा 

अरुणाकर पाण्डेय आप सपरिवार रावण-दहन देखने नहीं जा रहे ?” “जी अभी घर पहुँच कर वहाँ से सीधे जाऊंगा” “अच्छी बात है, क्या आप वहाँ पर खोई एक चीज का…

बाशा और फिल्म पुरस्कार 

अरुणाकर पाण्डेय बड़ा पुराना मुद्दा है कि क्या किसी के काम को यदि बहुत पसंद किया जाए और साथ ही वह एक अपराधी भी हो तो उसे पुरस्कृत करना चाहिए…

ईर्ष्या का कबीरी रामबाण

अरुणाकर पाण्डेय कई बार जीवन में ईर्ष्या वश बहुत कठिन अनुभव होते हैं। जब कभी ऐसा होता है कि एक योग्य व्यक्ति अपने स्वयं के बल पर कुछ महत्वपूर्ण पद,प्रतिष्ठा…

एक दन्त

अभ्यर्थना में महात्मा तुलसीदास जी लिखते हैं:- ठाकुर प्रसाद मिश्र जेहि सुमिरत सिधि, गणनायक करिवर वदन। करहु अनुग्रह सोई, बुद्धि राशि शुभ गुण सदन ॥ मूक होई वाचाल, पंगु लहइ…

सच्चा मित्र दुर्लभ है : गिरिधर कविराय

अरुणाकर पाण्डेय कहा जाता हैं कि अपने जीवन के सारे संबंध आपको मिलते हैं लेकिन एकाध संबंध ऐसे होते हैं जिन्हें आप अपनी पसंद से चुनते हैं। मित्र का संबंध…

जलियाँवाला बाग

जलियाँवाला बाग की एक सैर अरुणाकर पाण्डेय देश की अघिकतर जनता सँकरी गलियों से गुजरती है वे उन्हें उनके घरों तक ले जाती हैं लेकिन फिरभी वह उस गली से…

व्यक्ति की सफलता का आधार बिंदु है व्यवहार

आचार्य राकेश पाण्डेय एक राज्य के राजकुमार का स्वभाव बहुत उत्पाती था। राजा ने राजकुमार को सुधारने का बहुत प्रयत्न किया, परंतु हर बार असफल रहे। तभी उस राज्य में…

संग्रहालय में बेहोश चोर

संग्रहालय में बेहोश चोर (लघु कथा) अरुणाकर पाण्डेय कल्पना कीजिए कि आप सुबह अपने काम की जगह जाकर जब अपने दफ्तर, या दुकान को खोलें औरवहाँ पर एक चोर आपको…

मुलाकात: भूतपूर्व मनुष्य से

कहानी : मुलाकात: भूतपूर्व मनुष्य से अरुणेश मिश्र आज प्रातः एक भूतपूर्व मनुष्य से मुलाकात हो गई , उन्होंने कार रोकी और बात करने लगे , निकट की चाय की…

अपने स्वभाव से समझौता हानिकारक होता है

अरुणाकर पाण्डेय लोभवश या किसी भय या दबाव के कारण ऐसा होता है कि अपने स्वर को व्यक्ति दबा देता है। जो बात अपना मन कह रहा है,उसमें सुख या…