विशाखा गोयल
नज़रें चुराते हुए उन्हें तकना,
खुद का टुकड़ों में होकर भी दिल औरों का रखना, आसान थोड़े ही है।
स्याही से लिखा हुआ मिटाना,
किसी फरेब को सफाई से सच के लिफाफे में छुपाना, आसान थोड़े ही है।
तकलीफ में धीमे से मुस्कुराना,
अपनी ज़िंदगी से अपने लिए ही दो पल चुराना, आसान थोड़े ही है।
आसान थोड़े ही है, खुद ही से मोहब्बत करना,
पैसों की जगह दुआओं से जेबें भरना।
आसान थोड़े ही है, गलत के खिलाफ लड़ना,
किसी को भी बिना जलाए, आगे बढ़ना।
शौक को पेशा बनाना, आसान थोड़े ही है,
किसी बच्चे की तरह दिल को हमेशा फुसलाना…
आसान थोड़े ही है !
रचनाकर : हिंदी की सुप्रसिद्ध कवयित्री हैं
Bhut hi pyari
Bahut badhiya, Aisa laga jaise meri khud ki kahani ko kisi ne shabd de diye
👏👏
बेहद खुबसुरती से अधिकतर लोगो के दिल की बात कह दी।