अरुणाकर पाण्डेय
एक समय था जब दूरदर्शन बहुत महत्वपूर्ण वृत्तचित्र दिखाया करता था जो मेरे लिए दृश्य निबंध का काम करता था। उनमें विचार और ज्ञान पाया जाता था और भावनाओं के माध्यम से मन को परिष्कृत किया जाता था। ऐसी ही एक सीरीज श्री गोविंद बल्लभ पंत पर बनाई गई थी।
गोविंद बल्लभ पंत कौन थे? यह एक ऐसा प्रश्न है जिस पर केवल दो प्रकार की प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं। पहली तो यह कि लोग उन्हें और उनके कार्यों को इस हद तक भूल चुके हैं कि वे यह जवाब दे सकते हैं कि हमें कैसे पता कि वह कौन हैं!! दूसरी प्रतिक्रिया यह होगी कि लोग उन्हें जानते हैं और गुस्सा करते हैं कि क्या यह भी कोई पूछने का सवाल है? ? क्रोध की प्रतिक्रिया हो तो बहुत अच्छा समझना चाहिए।
श्री गोविंद बल्लभ पंत जी एक प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे जिन्होंने कठिन समय में संघर्ष करने की अद्भुत प्रेरणा दी। यदि आप समझना चाहते हैं कि एक सांसद को कैसा होना चाहिए, तो पंत जी एक अच्छा उदाहरण हैं। विचारों और भावनाओं का एक आदर्श संतुलन।
इसके साथ ही इस सीरीज की खूबी यह है कि इसमें उस समय के कई राजनेता, नीति निर्माता और बुद्धिजीवी मौजूद हैं जिनके नाम आपने सिर्फ सुने होंगे । यदि आप देखने के लिए समय निकालें तो बहुत कुछ मिलेगा। श्रृंखला का नाम है ‘मोमेंट्स फ्रॉम द लाइफ एंड टाइम ऑफ़ पंडित गोविंद बल्लभ पंत’ ।कुछ एपिसोड यूट्यूब पर उपलब्ध हैं और वे संभवतः दूरदर्शन पर शायद अस्सी के दशक के अंत में प्रसारित किए गए थे। जो लोग इतिहास और राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन से प्यार करते हैं उन्हें यह निश्चित रूप से मूल्यवान लगेगा। यह प्रकाश झा की रचना है और इसमें गांवों और कॉलोनियों के कच्चे फुटेज दिखाए गए हैं। अल्मोडा की पुरानी छवि भी दृश्यों में कैद है और वह बहुत ही मोहक है। इसमें पंत जी के निवास स्थान के साथ उनसे जुड़े संस्थानों के भी दर्शन होते हैं ।उदारीकरण के दौर से पहले का भुला दिया गया समय इसमें स्थिर दिखता है जो बहुत आकर्षक है। इसमें रघुनाथ सेठ का मंत्रमुग्ध कर देने वाला संगीत आपको घंटों बांधे रख सकता है !!
लेखक – दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली में हिंदी के प्राध्यापक हैं।