October 2024

तिलोत्तमा

ठाकुर प्रसाद मिश्र जड़ चेतन गुण दोषमय विश्व कीन्ह करतार। संत हंस गुण दोष गहहिं सब परिहरि वारि विकार।। सृष्टि की रचना ही गुण एवं दोषमय तत्वों से हुई है।…

क्यों कठिन होते जा रहे हैं गांधी ?

अरुणाकर पाण्डेय गांधी जयंती को हम एक उत्सव की तरह देखते हैं और इस दिन अक्सर उन्हें बहुत आदर के साथ भारत और विश्व में याद किया जाता है ।…

गांधीजी के राम : एक सांस्कृतिक-विमर्श

अरुणाकर पाण्डेय रामनाम से गांधीजी का पहला परिचय उनकी धाय रंभा के कारण हुआ जिसने उन्हें बताया था कि भूतप्रेत का इलाज रामनाम है ।इस तरह देखें तो रामनाम का…

महाराज निमि एवं मुनि वशिष्ठ का पुनर्जन्म

यह कथा सृष्टि के प्रारंभिक काल की है। जिसे भगवान श्रीराम ने अपने भाई वीरवर लक्ष्मण के कुतूहल को शांत करने हेतु सुनाई थी। आदिकाल में प्रथम मानव महाराज मनु…

गोविंद बल्लभ पंत पर प्रकाश झा का एक यादगार वृत्तचित्र

अरुणाकर पाण्डेय एक समय था जब दूरदर्शन बहुत महत्वपूर्ण वृत्तचित्र दिखाया करता था जो मेरे लिए दृश्य निबंध का काम करता था। उनमें विचार और ज्ञान पाया जाता था और…

आसान थोड़े ही है

विशाखा गोयल नज़रें चुराते हुए उन्हें तकना, खुद का टुकड़ों में होकर भी दिल औरों का रखना, आसान थोड़े ही है। स्याही से लिखा हुआ मिटाना, किसी फरेब को सफाई…