August 2024

लोकतंत्र

अरुणेश मिश्र कोई गीता लिए खड़ा हैकोई कुरान लिए खड़ा हैकोई संविधान लिए खड़ा हैसमाज औंधे मुंह पड़ा है !समाज मे भी तरह तरह के लोग हैंकिसी को उपदेश में…

आठ घंटे की पूरी नींद स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक- डा. मनोज कुमार शर्मा

एम. डी. फिजीशियन एंड कंसलटेंट डाक्टर मनोज कुमार शर्मा, गायत्री मेडीकेयर सेंटर, राजबाग साहिबाबाद गाजियाबाद उ.प्र. ने समस्त देशवासियों को 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दिया है. कहानी…

सस्ती शिक्षा व स्वास्थ्य में छुपा है असली आजादी का अर्थ -एडवोकेट रोहित पांडेय, सुप्रीम कोर्ट

देश की सर्वोच्च अदालत के जाने माने वकील, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में 8 बार के पदाधिकारी व प्रसिद्ध समाजसेवी रोहित पांडेय ने देशवासियों को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके…

हर घर तिरंगा अभियान में संजय विंदल ने बांटे 2100 तिरंगा झंडे..

गाजियाबाद के कर्मठ समाजसेवी व अखिल भारतीय व्यापार मंडल गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष संजय विंदल जी सामाजिक कार्यों में अच्छी खासी अभिरुचि रखते हैं. कल 15 अगस्त 2024 को जब…

नूर-ए-महताब

डाक्टर संदीप आज फिर चेहरे पर उसके शादाब देखा खुली निग़ाहों से दिलकश ख़्वाब देखा.. थम गया नज़र में मेरी ये मंज़र सारा जब सड़क पर चलता नूर-ए-महताब देखा..!! वो…

युवा नवनिर्वाचित सांसदों का हिंदी प्रेम

अरुणाकर पाण्डेय संसद को जानने का एक यह भी तरीका है कि लोक सभा और राज्य सभा के सांसदों के व्यक्तित्व से कई बार ऐसी बातें समझने को मिलती हैं…

भारतीय भाषाओं में हो विधि शिक्षण : जस्टिस डी.वाई. चन्द्रचूड़

अरुणाकर पाण्डेय हाल ही में भारत के मुख्य न्यायधीश श्री डी.वाई. चन्द्रचूड़ ने एक उद्बोधन में यह विचार व्यक्त किया है कि भारतीय भाषाओं में विधि के शिक्षण से उसकी…

युगद्रष्टा तुलसी

ठाकुर प्रसाद मिश्र जिन तुलसी को पढ़कर आज बहुत सारे लोग जगतगुरु की उपाधि धारण कर मठाधीश बने बैठे हैं .जिन तुलसी के जीवन की दिव्यता का प्रकाश कण- कण…

नंदकिशोर नवल की तुलसीदास

डॉ.अरुणाकर पाण्डेय नंदकिशोर नवल की यह पुस्तक वास्तव में तुलसीदास की प्रत्येक साहित्यिक कृति से पाठक का प्रगाढ़ परिचय कराती है लेकिन इसमें लेखक की अपनी दृष्टि या विषयगतता केन्द्रीय…

विडंम्बना

ठाकुर प्रसाद मिश्र तिरोहित आर्य संस्कृति, विलुप्त वेद ज्ञान है.विडम्बना नियति की है, कि सब स्वयं महान हैं. कहें मिटाएं रूढ़ियां पर, नष्ट होतीं पीढ़ियाँ.उद्दंडता प्रवृत्ति ही, बनी विकास सीढ़ियां.…