कहानी

दो रोटी

रमेश कुमार मिश्र चंदनपुरा गांव क्षत्रियों की बहुलता वाला गांव था । गांव में अनेक जाति के मनुष्य रहते थे । य़था ब्राह्मण, यादव, बनिया, लोहार, नाई, कहार और गांव…

प्रेम की टीस ( हिंदी कहानी )

रमेश कुमार मिश्र सूरज अस्ताचल की ओर जाते हुए अपना प्रकाश धीरे -धीरे कम करता हुआ, ताप रहित पीली रश्मियों से पर्वतों के हरित प्रदेश पर अपनी छटा विखेर रहा…

दिगंबर का भूत

रमेश कुमार मिश्र रचनापुर गांव के स्कूल में दिगंबर और ज्योति सहपाठी थे।पांचवी कक्षा तक दोनों एक ही कक्षा और एक ही खंड में साथ- साथ बैठते थे। दोनों में…

” बेवफा दोस्त”

रमेश कुमार मिश्र रात्रि का समय खुला आसमान नीम का पेड़ उसके नीचे बैठकर मैं बिजली की रोशनी में कुछ पढ़ रहा था, कि एकाएक मेरी निगाह उत्तर दिशा में…