हिंदी जगत

संग्रहालय में बेहोश चोर

संग्रहालय में बेहोश चोर (लघु कथा) अरुणाकर पाण्डेय कल्पना कीजिए कि आप सुबह अपने काम की जगह जाकर जब अपने दफ्तर, या दुकान को खोलें औरवहाँ पर एक चोर आपको…

जब उन्नीसवीं सदी में अंग्रेजों के डर से कलम ने घुटने टेके

जब उन्नीसवीं सदी में अंग्रेजों के डर से कलम ने घुटने टेके अरुणाकर पाण्डेय अत्याचार से आंखें मोड़ने की पत्रकारिता जगत में अनगिनत चर्चाएं होती हैं और अनेक बार मीडिया…

सात फेरे

कहानी : सात फेरे ठाकुर प्रसाद मिश्र पंडित सदानंद एक अच्छे संयुक्त परिवार के मुखिया होने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के एक इंटरकॉलेज के प्राचार्य भी थे.तीन भाइयों के…

मुलाकात: भूतपूर्व मनुष्य से

कहानी : मुलाकात: भूतपूर्व मनुष्य से अरुणेश मिश्र आज प्रातः एक भूतपूर्व मनुष्य से मुलाकात हो गई , उन्होंने कार रोकी और बात करने लगे , निकट की चाय की…

अपने स्वभाव से समझौता हानिकारक होता है

अरुणाकर पाण्डेय लोभवश या किसी भय या दबाव के कारण ऐसा होता है कि अपने स्वर को व्यक्ति दबा देता है। जो बात अपना मन कह रहा है,उसमें सुख या…

गांव का पीपल 

पीपल हमारे लिए प्रकृति का वरदान है.आध्यात्मिक दृष्टि से पीपल हमारे तम को हरता है तो पर्यावरण की दृष्टि से पीपल हमें बहुत से रोगों से मुक्ति दिलाता है और…

वृद्धाश्रम

कहानी : वृद्धाश्रम रमेश कुमार मिश्र वसंत कुंज दिल्ली के इलाके में शर्मा जी व उनकी पत्नी अपनी ढाई मंजिला कोठी में रहते थे. ओर बेटा शेखर अपनी पत्नी प्रिया…