तेरी मुस्कुराहट ही मेरा सुकून…
डा. संदीप (Dr.Sandeep) तेरे चेहरे पर हँसी देख कर मैं भी मुस्कुराता हूँ ज़िंदगी की सारी परेशानियाँ यूँ ही भूल जाता हूँ.. — वैसे तो रोज़ाना रूबरू होते हैं चहेरे…
डा. संदीप (Dr.Sandeep) तेरे चेहरे पर हँसी देख कर मैं भी मुस्कुराता हूँ ज़िंदगी की सारी परेशानियाँ यूँ ही भूल जाता हूँ.. — वैसे तो रोज़ाना रूबरू होते हैं चहेरे…
ठाकुर प्रसाद मिश्र वेदने सदा धिक्कार तुझे । सिकुड़ी सिमटी रहती उर में जब तक संयोग रहे कर में। हिय व्योम क्षितिज के अंचल में चहकते शकुन गण के पर…
टीम कहानी तक–विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के अवसर पर भारतीय शिक्षा शोध संस्थान, लखनऊ में संस्थान के अध्यक्ष प्रो सुरेंद्र कुमार द्विवेदी के निर्देशन में लखनऊ यूनिवर्सिटी के परास्नातक (शिक्षाशास्त्र)…
उनकी स्मृति – ‘हंस’ आज भी जीवित है, परन्तु ‘हंस’ का वह मोती कहाॅ ?” ये उद्गार कथा सम्राट प्रेमचंद जी की पत्नी श्रीमती शिवरानी देवी द्वारा उनके देहावसान के…