श्रद्धांजलि
अश्रुपूरित नमन है तुमको हे देवता । गगन भी मगन है पा तुमको हे देवता ।। यूं तो आते हैं जग में मनुज बनकर सभी । कोई-कोई ही होता है…
अश्रुपूरित नमन है तुमको हे देवता । गगन भी मगन है पा तुमको हे देवता ।। यूं तो आते हैं जग में मनुज बनकर सभी । कोई-कोई ही होता है…
रमेश कुमार मिश्र हमने कब चाहा जीत हमीं को मिले , जीत में तेरे जीत छुपी है मेरी । हमने कब चाहा शोहरत हमीं को मिले , तेरी शोहरत में…
रमेश कुमार मिश्र ठहरिए अगर आप अपनी गाडी से किसी बीमार परिवारीजन या परिजन को लेकर सफदरजंग अस्पताल जा रहे हैं तो गाडी लगाने से पहले यहां की पार्किंग का…