अपना तुम जीवन बीमा करा लो
रमेश कुमार मिश्र आओ चलो अब बीमा करा लें, जिंदगी में खुशियाँ मना लें । बचत की भी कुछ बात कर लें, संग सुरक्षा साथ धर लें।। क्यों… ? सोचता…
रमेश कुमार मिश्र आओ चलो अब बीमा करा लें, जिंदगी में खुशियाँ मना लें । बचत की भी कुछ बात कर लें, संग सुरक्षा साथ धर लें।। क्यों… ? सोचता…
ठाकुर प्रसाद मिश्र आज जीवन गीत गाकर, मृतक को जिंदा बना दो. जो चिता की तरफ उन्मुख, उनकी फिर बस्ती बसा दो. निविड़ जड़ तम ग्रस्त रहा जग, उससे दो…
ठाकुर प्रसाद मिश्र कब नया बिहान होगा? देश की काया कलुष का कब पुन: अवसान होगा? मुर्ख पंडित मान खंडित शर्म नयनों से तिरोहित. त्याग सारी मान्यताएं जौ खड़े दुर्बाद…