September 20, 2024

एक दन्त

अभ्यर्थना में महात्मा तुलसीदास जी लिखते हैं:- ठाकुर प्रसाद मिश्र जेहि सुमिरत सिधि, गणनायक करिवर वदन। करहु अनुग्रह सोई, बुद्धि राशि शुभ गुण सदन ॥ मूक होई वाचाल, पंगु लहइ…